Tuesday, 8 October 2019

क्या आपको भी है गैस ! जानें कारण, लक्षण और उपाय | गैस्ट्रिक समस्या के लक्षण, कारण, इलाज

क्या आपको भी है गैस ! जानें कारण, लक्षण और उपाय

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गैस्ट्रिक समस्या (Gastric Problems) का उपचार क्या है?

गैस्ट्रिक समस्याएं (Gastric Problems) कई कारणों से होती हैं- इनमें अनियंत्रित पीने की आदतें, मसालेदार भोजन की खपत, भोजन को चबाने से पहले ठीक से चबाने, पाचन समस्या, जीवाणु संक्रमण और तनाव और तनाव (swallowing it, digestive trouble, bacterial infections and as well as stress and tension) शामिल नहीं है।
गैस्ट्रिक समस्या (Gastric problem) के लक्षणों में पेट, बुरी सांस, बेल्चिंग और अम्लता गैस (bloating of the stomach, bad breath, belching and acidity coupled) के साथ मिलकर सूजन शामिल है।
गैस्ट्रिक मुसीबत (Gastric problem) के लिए उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि क्या आपको गैर-अल्सर डिस्प्सीसिया या पेप्टिक अल्सर (non-ulcer dyspepsia or peptic ulcer) का निदान किया गया है या नहीं। गैर-अल्सर डिस्प्सीसिया (Non-ulcer dyspepsia) को कार्यात्मक डिस्प्सीसिया (functional dyspepsia) के नाम से भी बुलाया जाता है। इसके लिए उपचार में कम खुराक के एंटीड्रिप्रेसेंट्स (antidepressants ) शामिल हैं, दवाएं जो पेट एसिड से लड़ने में मदद करने के लिए चिंता और दवाओं को अस्वीकार करने में मदद करती हैं। पेट एसिड के मुद्दों को कम करने में मदद करने वाली दवाएं एच 2 ब्लॉकर्स (H2 blockers) जैसे रैंटिडाइन, निजाटिडाइन, सिमेटिडाइन, फैगोटीडाइन और प्रोटॉन पंप इनहिबिटर (rantidine, nizatidine, cimetidine, famotidine and proton pump inhibitors) जैसे पैनटोप्राज़ोल, रैबेप्राज़ोल, ओमेपेराज़ोल, लांसोप्राज़ोल (as pantoprazole, rabeprazole, omeprazole, lansoprazole) शामिल हैं। एचपी पिलोरी संक्रमण के कारण होने पर पेप्टिक अल्सर (Peptic ulcer) में थेरेपी (शॉर्ट-टर्म ट्रिपल थेरेपी) (therapy (Short-term triple therapy)) जैसे उपचार शामिल होंगे। इसमें एसिड-कम करने वाले एजेंट और दो एंटीबायोटिक (antibiotics) दवाएं शामिल हैं। डॉक्टरों के अनुसार, तनाव पेप्टिक अल्सर (peptic ulcer) की स्थिति को बढ़ा सकता है। अगर आपकी अल्सर की समस्या का इलाज नहीं किया जाता है तो इसका परिणाम छोटी आंत में या पेट की दीवार क्षेत्र में हो सकता है।

गैस्ट्रिक समस्या (Gastric Problems) का इलाज कैसे किया जाता है?

एच 2 ब्लॉकर्स (H2 blockers) जैसी दवाएं दवाओं की एक श्रेणी हैं जो पेट द्वारा उत्पादित एसिड की मात्रा को कम करके काम करती हैं। जब एक एच 2 रिसेप्टर अवरोधक (H2 receptor blocker) का उपभोग होता है तो इस दवा के भीतर निहित सक्रिय तत्व पेट कोशिकाओं के कुछ निर्दिष्ट क्षेत्रों में जाते हैं। ये अवरोधक पेट में एसिड रिहाई कोशिकाओं (acid releasing cells) को हिस्टामाइन (histamine) पर प्रतिक्रिया करने से रोकते हैं। एच 2 अवरोधक (H2 blockers) पेप्टिक अल्सर (peptic ulcer) को फिर से दिखने से रोकते हैं। आम तौर पर, एच 2 ब्लॉकर्स को पेप्टिक अल्सर (peptic ulcer) की बीमार स्थितियों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए शरीर द्वारा जल्दी से अवशोषित किया जाता है।
शॉर्ट टर्म ट्रिपल थेरेपी उपचार (Short-term triple therapy treatment) हेलीकॉक्टर पिलोरी संक्रमण (Helicobacter Pylori infection) के कारण होने वाली स्थितियों के इलाज में बहुत प्रभावी है। एक सप्ताह की अवधि में 65 रोगियों पर किए गए एक प्रयोग में- शॉर्ट टर्म ट्रिपल थेरेपी जिसमें दिन में दो बार 250 मिलीग्राम स्पष्टीथ्रोमाइसिन (250 mg of clarithromycin) होता है, रोजाना ओमेपेराज़ोल का 20 मिलीग्राम (20 mg of omeprazole) और दिन में दो बार टिनिडाज़ोल (tinidazole) का 500 मिलीग्राम होता है, यह देखा जाता है कि उपचार पूरा करने का महीना 62 रोगियों में हेलिकोबैक्टर पिलोरी संक्रमण (Helicobacter Pylori infection) सफलतापूर्वक समाप्त हो गया था।
ऐसे मामलों में जहां अल्सर (ulcer) ने एंडोस्कोपी परीक्षण (endoscopy test) करने के लिए खून बहना शुरू कर दिया है, रक्तस्राव को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। उन मरीजों के लिए जो मध्यस्थता लेने या एंडोस्कोपी (endoscopy) करने के बाद भी कोई सकारात्मक परिणाम नहीं दिखाते हैं, सर्जरी की सलाह दी जा सकती है। इन प्रक्रियाओं में योनोटे (vagotmay) (योनि तंत्रिका (vagus nerve) काटने) और अर्द्ध गैस्ट्रोक्टोमी (semi gastrectomy) (पेट के एक हिस्से का आंशिक हटाने) शामिल हैं।

गैस्ट्रिक समस्या (Gastric Problems) के इलाज के लिए कौन पात्र (eligible) है? (इलाज कब किया जाता है?)

सभी गैस्ट्रिक परेशानी के इलाज के लिए पात्र (eligible) हैं। लेकिन आपका डॉक्टर आपकी उम्र और आपकी हालत की गंभीरता के आधार पर खुराक निर्धारित कर सकता है। एच 2 अवरोधक रिसेप्टर दवाएं (H2 blocker receptor drugs) गर्भवती लोगों के लिए भी सुरक्षित हैं।

उपचार के लिए कौन पात्र (eligible) नहीं है?

यह अनुशंसा की जाती है कि एच 2 अवरोधक रिसेप्टर्स (H2 blocker receptors) को गंभीर रूप से एलर्जी वाले लोग किसी भी जीवन-धमकी देने वाली प्रतिक्रियाओं को रोकने के लिए उन्हें लेने से बचना चाहिए।

क्या कोई भी साइड इफेक्ट्स (side effects) हैं?

एच 2 ब्लॉकर्स लेने पर आमतौर पर देखा जाने वाला साइड इफेक्ट (side effects) आमतौर पर हल्का होता है। ये दस्त हैं, सोने में परेशानी, मुंह की सूखापन, कान, कब्ज और सिरदर्द में सनसनी बजाना (diarrhoea, trouble sleeping, dryness of the mouth, ringing sensation in the ears, constipation and headaches)। कुछ गंभीर साइड इफेक्ट्स (side effects) में सांस लेने में श्वास, घरघराहट, आंदोलन, जलती हुई त्वचा और दृष्टि के मुद्दों (trouble breathing, wheezing, agitation, burning skin and vision issues) शामिल हैं।
एंडोस्कोपी (Endoscopy) एक अन्यथा सुरक्षित प्रक्रिया है लेकिन जटिलताओं में रक्तस्राव, संक्रमण, बुखार, पेट दर्द, उल्टी और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (gastrointestinal tract) को फाड़ने का मौका हो सकता है।

उपचार के बाद पोस्ट-ट्रीटमेंट गाइडलाइन्स (post-treatment guidelines) क्या हैं?

गैस्ट्रिक मुसीबत के लिए पोस्ट-ट्रीटमेंट दिशानिर्देशों (guidelines) में नियमित रूप से और समय पर आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवा लेना शामिल है, यह जांच कर लें कि क्या आप गलती से किसी भी विरोधी भड़काऊ या दर्द हत्यारों (anti-inflammatory or pain killers) को ले रहे हैं क्योंकि इससे दिल की धड़कन की संभावना बढ़ सकती है। आपको नियमित रूप से व्यायाम करने की ज़रूरत है लेकिन उच्च प्रभाव वाली प्रकृति के अभ्यास से बचने के लिए सुनिश्चित करें। अपने आहार पर एक टैब रखने के लिए सुनिश्चित करें- अल्कोहल, चिकनाई या तला हुआ भोजन, मसालेदार भोजन, कार्बोनेटेड पेय, और अन्य नींबू के फल या उनके रस (alcohol, greasy or fried foods, spicy foods, carbonated drinks, and other citrus fruits or their juices) से बचें। शुद्ध पानी और अन्य मौखिक हाइड्रेशन समाधान (oral hydration solutions) पीने से हर समय अपने आप को हाइड्रेटेड रखें।

ठीक होने में कितना समय लगता है?

आपके मामले की गंभीरता के आधार पर आपके उपचार की वसूली अवधि 1 सप्ताह से 4 सप्ताह के बीच कुछ हो सकती है, अधिकतम। यदि आपकी गैस्ट्रिक समस्या (gastric problem ) मुख्य रूप से अपचन के कारण होती है तो आप एक दिन में भी बेहतर हो सकते हैं बशर्ते आप समय पर आवश्यक दवा लें।

भारत में इलाज की कीमत क्या है?

गैस्ट्रिक मुसीबत (gastric trouble) के इलाज के लिए चिकित्सक द्वारा निर्धारित दवा का एक पत्ता, 50 रुपये से कम के रूप में कम से कम रु। 700. एंडोस्कोपी परीक्षण (endoscopy test) की कीमत आपको रु औसतन 1500 और बायोप्सी परीक्षण (biopsy test) के अतिरिक्त 250-500 रुपये खर्च हो सकते हैं।

उपचार के परिणाम स्थायी (permanent) हैं?

ऐसे कोई उपचार नहीं हैं जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर (gastrointestinal disorder) की समस्या को स्थायी रूप से ठीक कर सकें। खाड़ी में अपनी गैस्ट्रिक परेशानी को रखने का एकमात्र तरीका मसालेदार, चिकनाई और तला हुआ भोजन से बचने, डेयरी खाद्य पदार्थों और चीनी में समृद्ध लोगों से बचने का एकमात्र तरीका है। भोजन में छोटे से खाएं और निगलने से पहले उन्हें अच्छी तरह से चबाएं। लंबे समय तक खाली पेट पर न रहें।

उपचार के विकल्प (alternatives) क्या हैं?

गैस्ट्रिक परेशानी (gastric trouble) के वैकल्पिक (alternative) उपचार में कुछ घरेलू उपचार शामिल हैं जो आपके रसोईघर में आसानी से उपलब्ध हैं। ये हल्दी हैं (वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए हर रोज दूध के साथ हल्दी मिश्रित (turmeric mixed) होते हैं), आलू के रस (आलू का रस प्री-भोजन तीन बार पेट गैस की आपकी समस्या का इलाज करने के लिए होता है), अदरक (अदरक गैस्ट्रिक समस्या के इलाज के लिए अच्छा है अपचन), बेकिंग सोडा (यह एक प्रभावी एंटीसिड (effective antacid) के रूप में काम करता है और जब आप इसे खाली पेट पर पानी से मिश्रित करते हैं तो तत्काल राहत देता है), सेब साइडर सिरका, दालचीनी, इलायची, प्याज और चारकोल (apple cider vinegar, cinnamon, cardamom, onion and charcoal) (आपके भोजन से पहले और बाद में चारकोल टैबलेट (charcoal tablet) रखना जो अम्लता और गैस (acidity and gas) के मुद्दों को कम करने में काफी मदद करेगा)।
गैसकी समस्या हमेशा पेट से जुड़ी नहीं होती। दूसरी बीमारी के कारण भी यह समस्या मरीज को हो सकती है, पर वह उसे गैस ही समझता है। पेप्टिक अल्सर, गॉल ब्लाडर स्टोन, भोजन की थैली में कैंसर, पैंक्रियाज की बीमारी, आंत की बीमारी, हार्ट और न्यूरोलॉजिकल गड़बड़ी के कारण भी ऐसी समस्या हो सकती है। यदि तकलीफ छह सप्ताह से अधिक है तो उसकी जांच और विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। जिससे पता चल जाए कि पेट की बीमारी है या फिर कोई अन्य। इसके अलावा भूख की कमी, वजन घटना, उल्टी, बुखार, शौच का रंग काला या लाल हो तो तुरंत जांच करा लेनी चाहिए। यह गंभीर बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह कहना है वरीय पेट रोग विशेषज्ञ डॉ. मनोज कुमार का। वे शनिवार को दैनिक भास्कर की हेल्थ काउंसिलिंग में पाठकों को सलाह दे रहे थे।

डॉ. मनोज ने कहा कि किसी भी बीमारी को पेट की बीमारी नहीं समझना चाहिए। इसके अलावा खुद से इलाज भी जोखिम भरा होता है। जानकारी के अभाव में खुद से दवा खरीद कर खाते रहते हैं। ऐसा लंबे समय तक नहीं करना चाहिए। पेट की कोई बीमारी यदि छह सप्ताह तक खत्म नहीं हो रही है तो डॉक्टर से अवश्य दिखा लेना चाहिए। दवा से यदि राहत नहीं मिलती है तो कुछ स्पेशलाइज्ड जांच करानी पड़ती है। जैसे इंडोस्कोपी या फिर कोलोनोस्कोपी। वैसे अधिकांश लोग पेट में गैस होने की शिकायत करते हैं। पर जांच से अधिकांश मामलों में अन्य बीमारी की जानकारी मिलती है। समय पर बीमारी की पहचान हो जाए तो इलाज संभव है। यदि बीमारी जड़ से खत्म नहीं हो सकती है तो उसे नियंत्रित किया जा सकता है।

इन्होंने ने भी किया फोन : राज(महेंद्रू), अनिल कुमार (फतुहा), निर्मला देवी (दीघा), अशोक कुमार सिंह (कंकड़बाग), सुशील त्रिपाठी (पटना), विनय कुमार (पटना), भगवान चरण (आरा), कौशल कुमार (हाजीपुर), राहुल राज (मुजफ्फरपुर)।

{पेट में दर्द रहता है? राजेश तिवारी, मसौढ़ी

- कीड़ा मारने की दवा लीजिए। दर्द से आराम मिल जाएगा।

{छह साल की बच्ची के पेट में दर्द रहता है? दीपा, फुलवारीशरीफ

- फिलहाल पेंटासीड-20 दस दिन तक दीजिए। आराम मिले तो इसे एक महीने तक जारी रखें। भूख लगे या नहीं उसे समय पर खाना दें। दवा से आराम नहीं मिले तो डॉक्टर से दिखा लें।

{पेट साफ नहीं होता है? मनोज कुमार, बख्तियारपुर

- भोजन में चना, हरी सब्जी को शामिल कीजिए। रात में इसबगोल की भूसी दो चम्मच लें। सुबह टहलिए इसके बावजूद परेशानी रहे तो डॉक्टर से दिखा लें।

{नाभी के नीचे दर्द रहता है? रामप्रकाश, पटना

- खाली पेट में दवा पैन-40 टैबलेट एक महीने तक लें। यदि दवा छोड़ने पर दर्द रहे तो डॉक्टर से दिखाना पड़ेगा।

{खाना खाने के बाद पेट में दर्द होता है? दीपक, मसौढ़ी

- कीड़ा मारने की दवा नो वोर्म-400 एमजी एक बार लें। खाली पेट में एक महीने तक रैजो-20 एमजी दवा ले सकते हैं। इसके बावजूद भी परेशानी रहे तो डॉक्टर से मिलें।

{नानाजी को गैस परेशान करती है। पेट भी फूल जाता है? दीपक कुमार, फतुहा

- सिर्फ चावल खाने से पेट फूलता है तो चावल से परहेज करना होगा। कुछ लोगों को कई तरह के भोजन से एलर्जी के कारण भी ऐसा होता है। रात में दो चम्मच इसबगोल की भूसी दीजिए। भोजन में चना और हरी सब्जी शामिल करें। व्यायाम या फिर टहलने की जरूरत है।

डॉ. मनोज कुमार

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