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Sunday 10 March 2019

गर आप भी हैं नौकरीपेशा तो कर लें चेक, कहीं आपमें भी तो नहीं डिप्रेशन के ये लक्षण

अकसर हम लोग डिप्रेशन के संकेतों को अनदेखा कर देते हैं। इन्‍हें समय पर पहचान कर अवसाद से उबर सकते हैं।


डिप्रेशन या अवसाद ऐसी समस्‍या है जिसके बारे में कोई बात नहीं करता और यही इसके समाधान में सबसे बड़ी बाधा है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन आगाह कर चुका है कि 2020 तक डिप्रेशन दुनिया की दूसरी बड़ी बीमारी बन जाएगी। लेकिन हममें से बहुत से लोग जानते ही नहीं कि डिप्रेशन को कैसे पहचानें। 

जानकार कहते हैं कि अगर समय पर डिप्रेशन से गुजर रहे व्‍यक्ति से मेलजोल बढ़ाया जाए तो इससे उबरने में बड़ी मदद हो सकती है। डिप्रेशन के कुछ खास लक्षण होते हैं, खुद डिप्रेशन से गुजर रहा व्‍यक्ति इन संकेतों को पहचान कर इसके इलाज के लिए आगे बढ़ने का विचार कर सकता है। आइए नजर डालें डिप्रेशन के कुछ संकेतों पर: 

उदासी और खालीपन 
अगर आपको अकसर मन में खालीपन और उदासी महसूस हो तो इसे अनदेखा न करें। इसके सा‍थ अगर खुद से नफरत हो और लगने लगे कि दुनिया में आपकी कोई अहमियत नहीं है तो समझ जाइए आप डिप्रेशन का शिकार हो चुके हैं। 

घर से बाहर निकलने की इच्‍छा न हो 
बस आप अपने घर में अपने कमरे में अकेले रहना चाहें और बाहर जाकर लोगों से घुलना मिलना न चाहें तो बहुत मुमकिन है कि आपके मन में अवसाद घर कर रहा है। 

अनिद्रा की परेशानी 
अगर आपको लंबे समय से नींद नहीं आती है या रातों को नींद उचट जाए फिर नहीं आए तो समझ लिए यह डिप्रेशन की निशानी है। समय रहते इसका निवारण खोजने की कोशिश करें। 

बिस्‍तर से उठने का जी न करे 
कभी-कभी तो ठीक है लेकिन अगर अक्‍सर रात भर सोने के बाद बिस्‍तर से उठने का मन न करे तो यह सामान्‍य नहीं है। आप खुद को दुनिया से दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।

किसी एक चीज पर फोकस न कर पाएं 
जब आप आसानी से एकाग्र न हो पाएं या बार-बार रोजमर्रा के कामों में भी आपकी एकाग्रता भंग होने लगे तो समझ जाइए कि ये डिप्रेशन के लक्षण हैं। 

एंग्‍जाइटी और मूड खराब होना 
अगर आप हमेशा नर्वस महसूस करें, तनाव में रहें और ऐसा लगता रहे कि कहीं कुछ गड़बड़ होने वाला है तो बहुत मुमकिन है कि ये डिप्रेशन के लक्षण हों। इसके अलावा बिना किसी बात के मूड खराब होना भी डिप्रेशन का संकेत है। 

खुदकुशी के ख्‍याल 
अगर किसी को बार-बार अपना जीवन खत्‍म करने का ख्‍याल आए और लगे कि अब मेरे जीवित रहने का कोई कारण नहीं है, तो यह संकेत है कि वह गंभीर डिप्रेशन का शिकार है। सही समय पर डॉक्‍टरी सलाह से इससे बचा जा सकता है।