कैसे अपनी नाभि साफ करें
नाभि में इन्फेक्शन के लक्षण, कारण
नाभि से जुड़े ये 7 मज़ेदार तथ्य चौंका देंगे
कभी-कभी तो लगता है की एक फैक्ट्री संग लिये घूम रहा हूँ | पर परेशानी ये है की किसी को बता नहीं सकता | अब भला किस मुँह से किसी से कहते फिरेंगे की भैया हमारी नाभि हर सुबह रुई उगलती है | लोग कहेंगे की नहाते धोते नहीं होगे, साफ़ सफाई नहीं रखते होगे, खान पान सही नहीं होगा | इतने सवालों के डर के मारे कभी ज़बान पे लाये ही नहीं ये बात | कुछ दोस्तों से बातें की तो पता चला उनकी नाभि से भी रुई उत्पादन धड़ल्ले से चल रहा है | थोड़ा गूगल पे जाके यहाँ वहाँ की खोज किये तो पता चला की ये समस्या ज्यादातर नर और मादाओं को है | पर उस दिन जब BBC की रिपोर्ट पढ़ी ( अरे वही BBC जो विश्व की सबसे बड़ी न्यूज़ एजेंसी है ) तो सारे जवाब खुलने लगे | तो आज हम लाये है आपके लिये एक खास रिसर्च जो बताएगी की आपकी नाभि में हर रोज ये रुई आती कहा से है ?
क्या है ये नाभि में रुई का माज़रा ?
यहाँ आपको दो महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानने की जरूरत है | पहला यह है
कि बाहर की दुनिया में इस समस्या को "Navel Fluff" के नाम से जाना जाता
है, हालांकि कभी-कभी वैज्ञानिक भाषा में इस परेशानी को "Belly Button Lint"
(बीबीएल) कहते हैं | दूसरी बात यह है कि Navel Fluff की ये समस्या अक्सर
मध्यम आयु वर्ग के ज्यादा बाल वाले पुरुषों, विशेष रूप से जिन्होंने हाल ही
में वजन बढ़ाया हो उनमे अधिक संख्या में पायी जाती है |
तो भैया, किसने की खोज इस रुई की ?
सिडनी विश्वविद्यालय के Karl Kruszelnicki नाम के एक शोधकर्ता के ये
निष्कर्ष हैं | एक ऑस्ट्रेलियाई विज्ञान रेडियो शो के दौरान डॉ कार्ल से
उनके एक प्रशंसक ने सवाल किया की "क्या आपको पता है की ये नाभि में हर रोज़
रुई कहा से आ जाती है ?" | यही कारण है जिसने Kruszelnicki को इस सवाल का
जवाब ढूँढने के लिए प्रेरित किया | अपने शोध के लिए, Kruszelnicki को 2002
में नोबेल पुरस्कार के सम्मान से नवाजा गया |
ये रुई रोज़ बनती कैसे है ?
डॉक्टर कार्ल और उनके सहयोगियों ने जब इस विषय पर रिसर्च करना शुरू किया तब
उनको ये बात समझ में आयी की दरअसल हर रोज सुबह नाभि में भरने वाली रुई आती
कहाँ से हैं | होता कुछ यूँ हैं की हम जो भी कपड़े पहनते है उन कपड़ों का जो
हिस्सा हमारी नाभि के इर्द-गिर्द होता है, उसके भीतरी हिस्से से हमारे
नाभि पर उपस्थित बाल रुई चुराते हैं और नाभि में भर देते हैं | दरअसल ये
हमारे बाल नहीं, बल्कि उनमे मौजूद एक खास तरह के सूक्ष्मजीव की वजह से होता
है |
डॉक्टर कार्ल ने अपनी रिसर्च में ये भी पाया की आप जितना पुराना कपडा
पहनेंगे उतना ही कम Navel fluff जमा होगा, ये कोई चिंता का विषय नहीं है,
ना ही अपमान कि कोई बात ये शरीर की एक स्वाभाविक प्रक्रिया है।
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आज हम बात करेगे अपने शरीर के बहुत ही सेंसिटिव अंग की. जिसके अलग-अलग नाम है कोई नाभि कहता है, कोई सुंडी, कोई belly button तो कोई navel. चाहे जो मर्जी कहे पता तो सबको लग गया ना.. Let’s begin…
1. नाभि क्या है: नाभि एक निशान है. दरअसल, पैदा होने के बाद जब माँ की नाल से जुड़ी बच्चे की गर्भनाल को डाॅक्टर्स द्वारा बाँधकर अलग किया जाता है तो बच्चे के पेट पर एक निशान बन जाता है जिसे हम नाभि बोलते हैं.
2. नाभि हमारे शरीर का सबसे गंदा भाग होता है. इसमें लगभग 1458 प्रकार के बैक्टीरिया पाए जाते हैं.
3. दुनिया के 4% लोगो की नाभि बाहर निकली हुई है बाकी 96% की नाभि अंदर घुसी हुई है. बाहर निकली हुई नाभि तब होती है जब डाॅक्टर्स गर्भनाल को ठीक से बाँध नही पाते.
4. बाहर निकली हुई नाभि को कि नाभि विशेषज्ञ से मिलकर ऑपरेशन से अंदर की तरफ कर सकते है इस तरह के ऑपरेशन को ‘Umbilicoplasty’ कहते हैं.
5. नाभि केवल दूध पिलाने वाले यानि स्तनधारी जानवरों में ही पाई जाती है. अंडे देने वाले जानवरों में नाभि नही होती.
6. स्त्री की नाभि की तुलना में पुरूष नाभि के आस-पास ज्यादा रोंगटे(छोटे बाल) होते हैं
आज हम बात करेगे अपने शरीर के बहुत ही सेंसिटिव अंग की. जिसके अलग-अलग नाम है कोई नाभि कहता है, कोई सुंडी, कोई belly button तो कोई navel. चाहे जो मर्जी कहे पता तो सबको लग गया ना.. Let’s begin…
1. नाभि क्या है: नाभि एक निशान है. दरअसल, पैदा होने के बाद जब माँ की नाल से जुड़ी बच्चे की गर्भनाल को डाॅक्टर्स द्वारा बाँधकर अलग किया जाता है तो बच्चे के पेट पर एक निशान बन जाता है जिसे हम नाभि बोलते हैं.
2. नाभि हमारे शरीर का सबसे गंदा भाग होता है. इसमें लगभग 1458 प्रकार के बैक्टीरिया पाए जाते हैं.
3. दुनिया के 4% लोगो की नाभि बाहर निकली हुई है बाकी 96% की नाभि अंदर घुसी हुई है. बाहर निकली हुई नाभि तब होती है जब डाॅक्टर्स गर्भनाल को ठीक से बाँध नही पाते.
4. बाहर निकली हुई नाभि को कि नाभि विशेषज्ञ से मिलकर ऑपरेशन से अंदर की तरफ कर सकते है इस तरह के ऑपरेशन को ‘Umbilicoplasty’ कहते हैं.
5. नाभि केवल दूध पिलाने वाले यानि स्तनधारी जानवरों में ही पाई जाती है. अंडे देने वाले जानवरों में नाभि नही होती.
6. स्त्री की नाभि की तुलना में पुरूष नाभि के आस-पास ज्यादा रोंगटे(छोटे बाल) होते हैं.
7. नाभि में कभी भी कान, नाक की तरह छेद ना कराएं क्योकिं नाभि छेद को ठीक होने में 9 महीने लगते है जबकि नाक और कान का छेद केवल 6 हफ्ते में ठीक हो जाता हैं.
8. किन्हीं दो आदमियों की नाभि एक जैसी नही हो सकती. हर व्यक्ति की नाभि अलग-अलग होती है. क्योकिं हर किसी की नाभि में अलग-अलग बैक्टीरिया होते हैं.
9. महिलाओं की नाभि छूने या चूमने से उनमें सेक्स बढ़ता है. यह बहुत कामुक स्थान होता हैं.
10. नाभि को छूने से होने वाले डर को “Omphalophobia” कहते हैं.
11. सरसों का तेल नाभि में लगाने से फटें हुए होंठ ठीक हो जाते है और साथ में मुलायम भी.
12. नाभि का खिसकना पेट में दर्द का कारण हो सकता है और आपको दस्त लग सकते है. नाभि का सही स्थान पर रहना स्वस्थता का भी प्रतीक हैं. नाभि शरीर के सात मूल चक्रों में से एक चक्र हैं.
13. पुरूषों की नाभि में ज्यादा रूई मिलती है. जिन लोगो की नाभि बाहर की तरफ होती है उन्हें बस यही एक फायदा मिलता है. ग्राहम बारकर नाम के आदमी ने नाभि से निकली हुई सबसे ज्यादा रूई इकट्ठी करके वर्ल्ड रिकाॅर्ड भी बना दिया हैं.
14. “Karolina Kurkova” जिसे 2008 में दुनिया की सबसे सेक्सी महिला चुना गया था उसकी नाभि ही नही थी. अरे, ये कैसे संभव हुआ ? ☺ दरअसल, जब वह बच्ची थी तो उन्हें एक अलग तरह का हर्निया हो गया था. जिसे सर्जरी से ठीक किया गया. इससे नाभि की जगह इनके पेट पर सिर्फ डिम्पल जैसा निशान रह गया.
15. साइंटिस्ट, नाभि पर शोध करने के लिए लाखों रूपए खर्च कर चुके है. Q कि उनका मानना है कि नाभि की ठीक जगह से कई खेलों में फायदा मिलता है जैसे: नाभि नीचे है तो तैरने में, नाभि ऊपर है तो दौड़ने में etc.
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