Friday 28 December 2018

ठंड से बचना है तो इन चीज़ो को खाएं - सर्दियों में इन पदार्थो का सेवन करें


र्दियों में इन पदार्थो का सेवन करें :- दिवाली का मौसम आते है हलकी-हलकी सर्दी दस्तक देना शुरू कर देती है। सर्द हवाएं चलने लगती है। ऐसे तो सभी को सर्दियों का मौसम अच्छा लगता है लेकिन इस दौरान होने वाली समस्याएं जैसे सर्दी जुखाम बदन दर्द आदि सभी के लिए बेहद कष्टदायक होती है। इस मौसम में मनुष्य के शरीर और हड्डियों को अतिरिक्त गर्मी की आवश्यकता होती है। इसके अलावा सर्दियों के मौसम में प्रतिरक्षण प्रणाली भी कमज़ोर हो जाती है। जिसके कारण बहुत सी बीमारियां होने लगती है। जिसके बचाव के लिए हम तरह के उपचार करते है।
जहाँ एक ओर सर्दियों में किसी का बिस्तर से निकलने का मन नहीं करता वहीं दूसरी ओर जीभ तरह तरह के स्वाद मांगती है। जैसे मेवे के लडडू, गाजर का हलवा और न जाने क्या क्या।
प्रकृति की रंगीन फूड बास्केट न केवल खूबसूरत और आकर्षक दिखाई देती है, बल्कि आप को सर्दी के दिनों में पोषक पदार्थों से भरपूर आहार भी प्रदान करती है. इस मौसम में आप की हड्डियों को गरमाहट देने, आप को सर्दीजुकाम से बचाने और आप के परिवार की प्रतिरक्षण क्षमता बढ़ाने के लिए बहुत से मौसमी फल और सब्जियां उपलब्ध हैं, जिन का सही तरीके से उपयोग कर आप स्वस्थ व फिट भी रह सकते हैं.
प्रकृति की रंगीन फूड बास्केट न केवल खूबसूरत और आकर्षक दिखाई देती है, बल्कि आप को सर्दी के दिनों में पोषक पदार्थों से भरपूर आहार भी प्रदान करती है. इस मौसम में आप की हड्डियों को गरमाहट देने, आप को सर्दीजुकाम से बचाने और आप के परिवार की प्रतिरक्षण क्षमता बढ़ाने के लिए बहुत से मौसमी फल और सब्जियां उपलब्ध हैं, जिन का सही तरीके से उपयोग कर आप स्वस्थ व फिट भी रह सकते हैं.

सर्दियों में भूख को दबाना नहीं चाहिए. इस के बजाय आप को इस बात पर गौर करना चाहिए कि आप इस मौसम में स्वास्थ्यप्रद तरीके से कैसे प्राकृतिक खाद्यपदार्थों का उपयोग कर सकते हैं:
हरी पत्तेदार सब्जियां बेहतरीन भोजन हैं क्योंकि उन में फाइबर, फौलिक ऐसिड, विटामिन सी, पोटैशियम, मैग्नीशियम और अन्य पोषक पदार्थ पर्याप्त मात्रा में होते हैं. तो हरी सब्जियां खाएं और स्वस्थ व फिट रहें.
कम चीनी वाली गाजर की खीर खाएं. सर्दियों में गाजर का विभिन्न रूपों में सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है.
सिट्रस फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं. इन का सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है और सर्दीजुकाम से लड़ने की ताकत देता है. इसलिए उन्हें खाने पर भी ध्यान दें.
सर्दियों में सामान्य तापमान के भोजन का सेवन करना चाहिए और दिल के मरीजों को तेल युक्त एवं तले खाद्यपदार्थों के सेवन से बचना चाहिए. नमक का सेवन भी नियंत्रित मात्रा में करना चाहिए. उन्हें संतृप्त वसा के बजाय खाना पकाने में असंतृप्त वसीय पदार्थों का इस्तेमाल करना चाहिए. यानी रिफाइंड, जैतून या सरसों के तेल में खाना बनाना चाहिए.
मधुमेह के रोगियों को चीनी का सेवन नियंत्रित रूप से करना चाहिए. उन्हें रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट के सेवन से बचना चाहिए और कौंप्लैक्स कार्बोहाइड्रेट का सेवन करना चाहिए. यानी साबूत गेहूं, जई और मल्टीग्रेन आटे का इस्तेमाल करना उन की सेहत के लिए फायदेमंद होता है.
सर्दियों में हरी सब्जियों व अन्य फलों और सब्जियों के सेवन से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर भी सही मात्रा में बना रहता है.
पानी और तरल पदार्थों का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए और बच्चों व बुजुर्गों को ठंडी चीजों जैसे आइसक्रीम आदि के सेवन से बचना चाहिए.
जो लोग सर्दियों में वजन कम करना चाहते हैं, उन्हें वसा और तेल युक्त पदार्थों जैसे परांठों का सेवन नहीं करना चाहिए. उन के आहार में फाइबर, फलों, सलाद और तरल पदार्थों की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए. अनाज, मल्टीग्रेन आटा, ब्राउन ब्रैड और उच्च फाइबर से युक्त बिस्कुट भी वजन कम करने में मददगार होते हैं.
अमरूद, गाजर, सेब, हरी पत्तेदार सब्जियां, कच्चे फल, संतरा और खीरा फायदेमंद होते हैं और घर में बने टमाटर, मिलीजुली सब्जियों और हरी पत्तेदार सब्जियों के सूप हमेशा बाजार में मिलने वाले पैक्ड सूप से बेहतर होते हैं.
यह मौसम त्योहारों और शादियों का मौसम भी होता है, इसलिए कई मौकों पर बिना सोचेसमझे लोगों का खाना खूब होता है. दरअसल, अधिकतर लोगों को यह पता नहीं होता है कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं. ऐसे में नीचे बताए जा रहे टिप्स त्योहारों के मौसम में आप के आहार की योजना बनाने में फायदेमंद हो सकते हैं:
ओवरईटिंग से बचें
इस का तात्पर्य केवल भोजन की मात्रा से ही नहीं, बल्कि कैलोरी से भी है. उदाहरण के लिए एक रसगुल्ले में 250 कैलोरी होती है, जबकि कौर्नफ्लैक्स के एक बाउल में केवल 100 कैलोरी होती है. त्योहारों के मौसम में हमें कैलोरी पर पूरा ध्यान रखना चाहिए ताकि वजन को बढ़ने से रोका जा सके.
क्या न खाएं
आप को नमक एवं चीनी का ज्यादा सेवन करने के साथसाथ तेल एवं मसाले युक्त खाद्यपदार्थों के सेवन से भी बचना चाहिए. अपने आहार की योजना कुछ इस तरीके से बनाएं कि अगर आप कुछ हैवी या स्पैशल खाना चाहते हैं, तो उसे दोपहर के भोजन के समय खाएं ताकि दिन की गतिविधियों के दौरान अतिरिक्त कैलोरीज बर्न हो जाएं. उस दिन नाश्ते को हलका और रात के भोजन में जहां तक हो सके कम कैलोरीज का सेवन करें.
ताजा भोजन लें
ताजा फलसब्जियों का सेवन करें. इस के अलावा किसी भी पैक्ड खाद्यपदार्थ का सेवन करने से पहले उस की ऐक्सपायरी डेट जरूर पढ़ें. उच्च तापमान पर रखे गए भोजन के दूषित होने की संभावना अधिक होती है. कुछ जीवाणु जैसे ई. कोली, कलेबसेला, शेगेला आदि उच्च तापमान पर तेजी से पनपते हैं. ये जीवाणु डायरिया, डिहाइड्रेशन, मतली, उलटी आदि का कारण बन सकते हैं. इसलिए जहां तक हो सके खाद्यपदार्थों और मिठाइयों को फ्रिज में रखें.
त्योहारों में दोस्तों और रिश्तेदारों के यहां आनाजाना लगा रहता है. इस से न केवल रिश्ते मजबूत होते हैं, बल्कि त्योहारों की मिठास भी बनी रहती है. ऐसे में अगर कोई बीमार हो जाता है, तो जल्द से जल्द डाक्टर की सलाह लें. और अगर आप को लगता है कि किसी खास खाद्यपदार्थ के सेवन के कारण ऐसा हुआ है तो उस का सेवन परिवार के दूसरे लोग न करें.
सर्दियां आराम करने, अपने परिवारजनों और दोस्तों से मिलने और अच्छा एवं स्वास्थ्यप्रद भोजन खाने के लिए अच्छा समय है. सर्दियों में एकसाथ मिल कर खाना भी अच्छा अनुभव होता है. खासकर अगर आप त्योहारों के समय एकसाथ बैठ कर खाते हैं, तो रोजमर्रा की परेशानियों, तनाव को भी पूरी तरह से भूल जाते हैं. तो अपने अच्छे शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए सही आहार का चुनाव करें और साल के इस सब से खास समय का आनंद उठाएं.

सर्दियों में क्या खाना चाहिए

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