केसर के फायदे और नुकसान - Kesar Ke Fayde Or Nuksan In Hindi
Kesar ke Fayde : केसर के फायदे (Kesar ke Fayde) अनगिनत होते हैं। केसर के फायदे (Saffron Benefits) खूबसूरती और त्वचा की रंगत निखारने के साथ-साथ खाने का स्वाद और रंगत बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। केसर को मसालों का राजा भी कहा जाता है। इसे सैफ्रॉन (Saffron) या जाफरान (Jaafraan) के नाम से भी जाना जाता है। केसर में डेढ़ सौ से भी ज्यादा ऐसे औषधीय तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को पूर्ण रुप से स्वस्थ रखने में सहायक होती है। जम्मू-कश्मीर में अक्टूबर से फरवरी के बीच बड़ी मात्रा में केसर को उगाया जाता है। आइए जानते हैं केसर के फायदे, केसर के नुकसान और केसर के पौषक तत्व, केसर का सेवन करना बता रहे हैं।
केसर दुनिया के सबसे महंगे मसालों में से एक है। इसे सैफ्रॉन (Saffron) या फिर जाफरान के नाम से भी जाना जाता है। लाल और सुनहरे रंग के इस मसाले की खेती स्पेन, इटली, ग्रीस, तुर्किस्तान, ईरान, चीन और भारत में होती है। भारत में केवल जम्मू (किस्तवार) और कश्मीर (पामपुर) के सीमित क्षेत्रों में ही इसकी पैदावार होती है। केसर यहां के लोगों के लिए वरदान है, क्योंकि इसके फूलों से निकाली जाने वाली केसर की कीमत बाज़ार में तीन से साढ़े तीन लाख रुपए प्रति किलो है। यहां की केसर हल्की, पतली, लाल रंग वाली, कमल की तरह सुन्दर और बेहद खुशबूदार होती है।याददाश्त के लिए - Saffron For Memory Power
केसर याददाश्त दुरुस्त रखने के लिए काफी असरकारक होती है, क्योंकि ये हमारे मस्तिष्क यानि दिमाग को बल देती है। ये न सिर्फ हमारे सीखने और याद करने की क्षमता को बढ़ाती है बल्कि बढ़ती उम्र के साथ होने वाले अल्ज़ाइमर और स्मरण शक्ति की अन्य बीमारियों से भी दूर रखती है। याददाश्त बढ़ाने के लिए रोज़ाना केसर वाला दूध या फिर चाय जिसे कश्मीरी कहवा भी कहा जाता है, पी सकते हैं। केसर में मौजूद क्रोसिन और एथनॉलिक मूड को काफी हद तक ठीक रखने में मदद होते हैं और यह शीज़ोफ्रेनिया से ग्रसित मरीजों के इलाज में भी काफी फायदेमंद साबित होती है।
पाचन के लिए - Digestion System
पाचन के लिए - Digestion System
केसर हमारी पाचन शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करती है। ये पेट में होने वाली गैस और एसिडिटी के उपचार में भी फायदा पहुंचाती है। यह पेट में दर्द और अल्सर आदि बीमारियों को दूर कर हमारे शरीर को रोग मुक्त बनाती है। पाचन तंत्र को मजबूत करने के लिए रोज़ सुबह एक कप केसर की चाय पिएं।
अस्थमा में फायदेमंद - Good For Asthma
पुराने समय से केसर का उपयोग अस्थमा के इलाज में भी किया जाता है। ये अस्थमा के रोगी को स्वस्थ रूप से सांस लेने में मदद करती है। बदलते मौसम में अस्थमा की बीमारी से पीड़ित लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में केसर वाला दूध पीने से अस्थमा की समस्या धीरे- धीरे कम होने लगती है। ये फेफड़ों में सूजन और जलन को कम करती है। साथ ही हवा को फेफड़ों में अच्छे से पास होने में मदद करती है। आयुर्वेद में भी अस्थमा के इलाज में केसर का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। अस्थमा अटैक होने की आशंका को दूर करने के लिए केसर की चाय पिएं। हालांकि अस्थमा के इलाज में इसके प्रभाव सीमित हैं इसलिए डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
नींद न आने की शिकायत को दूर करे - Helpful In Insomnia
आजकल की लाइफस्टाइल में नींद न आने की समस्या लोगों में बढ़ती जा रही है। रात- रात भर स्मार्टफोन का इस्तेमाल और काम का तनाव नींद में सबसे बड़ी बाधा बनते हैं। ज्यादातर युवा तो सुबह के 4-5 बजे तक मोबाइल में या तो गेम्स खेलते रहते हैं या फिर वीडियोज़ देखते रहते हैं। ये सभी नींद न आने का सबसे बड़ा करण बनते हैं। केसर अनिद्रा यानि नींद न आने की शिकायत को भी दूर करती है। दरअसल, केसर इंसोम्निया और डिप्रेशन जैसी समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद साबित होती है। केसर में पाया जाने वाला क्रोसिन आंखों की नॉन-रैपिड गति को कम करता है और अच्छी नींद लाने में मदद करता है। इससे अनिद्रा से जूझ रहे लोगों को काफी फायदा होता है और नींद न आने की वजह से होने वाली कई बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। इसके लिए रोज़ रात को सोने से पहले एक ग्लास गर्म दूध में चुटकी भर केसर मिलाकर 5 मिनट के लिए रख दें। उसके बाद दूध पी लें। आप चाहें तो इसमें मिठास लाने के लिए शहद भी डाल सकते हैं।
कैंसर के लिए - Cancer
कैंसर के लिए - Cancer
केसर में कैंसर जैसी घातक बीमारी के बचाव के गुण भी पाए जाते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक केसर कैंसर के खतरे को रोकने में काफी सहायक है। केसर में मौजूद क्रोसिन कैंसर सेल को बढ़ने से रोकता है। इसके अलावा यह ब्रेस्ट कैंसर, स्किन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर से भी हमारी सुरक्षा करती है। साथ ही ये ल्यूकेमिया यानि ब्लड कैंसर के खतरे को भी कम करती है। इसका नियमित सेवन ट्यूमर के विकास को रोकने में मददगार साबित होती है
प्रेगनेंसी में असरकारक - Saffron For Pregnancy
प्रेगनेंसी में असरकारक - Saffron For Pregnancy
वैसे तो प्रेगनेंसी के दौरान केसर का उपयोग कम से कम करने की सलाह दी जाती है, लेकिन कुछ मामलों में इसका थोड़ा सेवन किया जा सकता है। प्रेगनेंट महिला को पेट में गैस और सूजन होना आम बात है। केसर प्रेगनेंसी के दौरान पेट में होने वाली ऐंठन, गैस और सूजन को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा किसी भी तरह की चिंता और डिप्रेशन को भी दूर करती है। केसर वाला दूध पीने से ये सभी समस्याएं खत्म होती हैं।
जब एक महिला प्रेगनेंट होती है, तो उस दौरान उसे काफी मूड स्विंग्स से होकर भी गुज़रना पड़ता है। इसी का परिणाम है चिंता और डिप्रेशन। गर्भावस्था में थोड़ी मात्रा में केसर का सेवन करना लाभदायक होता है, क्योंकि केसर एक एंटी- डिप्रेशन के रूप में भी काम करती है। मगर ध्यान रहे, प्रेगनेंसी के समय इसका अधिक सेवन कतई न करें। इसका दूध बनाने के लिए 1 केसर के रेशे को गर्म दूध के साथ ले सकते हैं। यदि आप दूध नहीं पी पाती हैं, तो आप इसे किसी सूप या गर्म पानी में डालकर ले सकती हैं। हालांकि बेहतर होगा कि इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह ज़रूर ले लें।
त्वचा की रौनक बढ़ाने के लिए - Good for Skin
केसर सिर्फ सेहत के लिए ही नहीं बल्कि त्वचा में रौनक के लाने के लिए भी फायदेमंद होती है। केसर से बने फेस पैक त्वचा का सांवलापन दूर कर उसमें निखार लाते हैं। सर्दियों के मौसम में खासतौर पर त्वचा का ध्यान रखना ज़रूरी हो जाता है। इसके लिए दूध में केसर मिलाकर चेहरे पर लगाएं। ऐसा करने पर त्वचा में नमी बरकरार रहती है और रंग भी निखरता है। केसर का फेस पैक बनाने के लिए एक कटोरी में दूध और थोड़ा सा केसर डालकर रख दें। फिर थोड़ी देर बाद कॉटन की मदद से इसे चेहरे पर लगाएं। पैक सूख जाने के बाद इसे पानी से धो लें। बेहतर परिणामों के लिए इस फेस पैक को रोज़ाना या फिर कम से कम हफ्ते में दो बार लगा सकती हैं।
इसके अलावा त्वचा पर होने वाले दाग- धब्बे भी एक आम समस्या है। बेदाग चेहरा पाने के लिए केसर और पपीते से पैक बना सकते हैं। केसर में मौजूद प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल और एक्सफोलिएटिंग गुण प्रदूषण से होने वाले बैक्टीरिया को दूर कर त्वचा को बेदाग व चमकदार बनाते हैं। इसके अलावा पपीते में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं जो त्वचा के लिये बहुत अच्छे होते हैं। इस पैक को बनाने के लिए पका पपीता लेकर उसे मिक्सी में पीस लें। फिर उसमें दूध, शहद और केसर मिला लें। इसको चेहरे पर 10-15 मिनट के लिये लगाकर ठंडे पानी से धो लें।
मुंहासे दूर करने के लिए - Get Rid Of Pimples
ऑयली त्वचा वालों की सबसे बड़ी समस्या होती है, उनके चेहरे पर निकलने वाले मुंहासे। केसर आपकी इस समस्या से निजात दिलाने में भी कारगर है। केसर और चंदन पाउडर से बने फेस पैक ऑयली स्किन वालों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।। इसके अलावा ये आपकी स्किन पर होने वाले सनटैन को दूर करने का भी काम करती है। इस पैक को बनाने के लिए आप एक कटोरी में थोड़ा सा दूध लेकर उसमें केसर के कुछ रेशे और आधा चम्मच चंदर पाउडर मिला लें। आप चाहें तो इसमें शहद भी मिला सकते हैं। फिर इस पैक को अपने चेहरे पर लगाकर 5 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर चेहरे को धो लें।
झुर्रियों को कम करने के लिए - Best Anti- Aging
केसर में मौजूद एंटी- ऑक्सीडेंट गुण आपकी स्किन पर उम्र से पहले आने वाली झुर्रियों को रोकते हैं। यदि शहद और बादाम में केसर मिलाकर लगाई जाए तो ये काफी हद तक एजिंग के निशानों को दूर कर सकती है। इसका पैक बनाने के लिए सबसे पहले रात भर बादाम को पानी में भिगोकर रख लीलिए। सुबह इन भीगे हुए बादामों का पेस्ट बना लीजिए। अब इस पेस्ट में शहद, नींबू का रस और गुनगुने पानी में भीगी हुई थोड़ी से केसर मिलाकर पैक तैयार कर लीजिए। इस पैक को चेहरे और गर्दन पर लगाएं व सूखने के बाद इसे पानी से धो लें। इस पैक को लगाने से कुछ दिन में ही झुर्रियों की समस्या कम होने लगेगी।
केसर के कुछ बहुत ही सामान्य साइड इफेक्ट्स में निम्नलिखित शामिल हैं:
1. विषाक्तता: केसर बड़े खुराकों में असुरक्षित है। यह विषाक्तता पैदा कर सकता है। यदि आप निम्न लक्षणों में से कोई भी ध्यान देते हैं, तो आपको तत्काल चिकित्सा ध्यान देना चाहिए:
- मल में खून
- लगातार उल्टी
- चक्कर आना
- मूत्र में रक्त
- पीलिया
अत्यधिक खुराक के कारण मृत्यु हो सकती भी है।
1. विषाक्तता: केसर बड़े खुराकों में असुरक्षित है। यह विषाक्तता पैदा कर सकता है। यदि आप निम्न लक्षणों में से कोई भी ध्यान देते हैं, तो आपको तत्काल चिकित्सा ध्यान देना चाहिए:
- मल में खून
- लगातार उल्टी
- चक्कर आना
- मूत्र में रक्त
- पीलिया
अत्यधिक खुराक के कारण मृत्यु हो सकती भी है।
2. गर्भावस्था के दौरान अधिक सेवन नहीं करें: केसर का बड़ी मात्रा में सेवन गर्भाशय अनुबंध कर सकता है तत्था यह गर्भपात भी पैदा कर सकता है।
3. एलर्जी: लोगों को शुष्क मुंह, चिंता, चक्कर आना, उनींदापन, मतली, भूख में बदलाव, और सिरदर्द जैसी प्रतिक्रियाओं का अनुभव हो सकता है। हालांकि यह बहुत असामान्य है।
3. एलर्जी: लोगों को शुष्क मुंह, चिंता, चक्कर आना, उनींदापन, मतली, भूख में बदलाव, और सिरदर्द जैसी प्रतिक्रियाओं का अनुभव हो सकता है। हालांकि यह बहुत असामान्य है।
केसर का लाभ
केसर ज्यादातर खाद्य पदार्थों में उपयोग के लिए जाना जाता है। लेकिन इसमें बहुत महत्वपूर्ण पोषक तत्व और रासायनिक यौगिक हैं जो अनेक चिकित्सा लाभ प्रदान करते हैं, जैसे कि:
1. रोग प्रतिरक्षण: केसर में यौगिकों कूक्रोइन और कॉक्रेटिन होते हैं, जो सीखने, स्मृति प्रतिधारण, याद करने की क्षमता बढ़ा देते है। वे बुखार, फ्लू और सर्दी से बचने के लिए फायदेमंद हैं। केसर ऑक्सीडेटिव तनाव से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को बचाता है और अल्जाइमर और पार्किंसंस से बचाता है।
2. यह अवसादरोधक औषधि है: केसर मे मौजूद त्त्व हमारे दिमाग़ मे रक्त का प्रवाह भदाते है और मनोदशा को सुधार्ता है।
3. एनीमिया से लड़ता है: केसर मे मौजूद लोह शरीर मे हीमोग्लोबिन बढ़ाता है।
4. पाचन गुण: केसर पाचन तंत्र मे रक्त का प्रवाह बढ़ाता है।
5. यह एक कामोत्तेजक है: केसर समय से पहले स्खलन, स्तंभन दोष, नपुंसकता को ठीक करने में मदद करता है इसलिए स्वस्थ यौन जीवन को बनाए रखने में सहायता करता है।
6. गर्भावस्था के दौरान मदद करता है: केसर पैल्विक रक्त प्रवाह को बढ़ाता है। यह ऐंठन, गैस और सूजन दबाने मे भी मदद करता है। यह अवसाद और चिंता को दूर करता है।
7. अनिद्रा के लिए: केसर एक हल्का शामक है जो अनिद्रा और अवसाद का इलाज करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
8. यह बालों के झड़ने को रोकता है: केसर, नद्यपान और दूध के साथ मिला कर गंजे सर पर लगाया जाए तो यह बाल उगाने मे मदद करता है।
9. दिल का स्वास्थ्य बनाए रखता है: केसर मे मौजूद एंटीऑक्सिडेंट कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद करते है। यह धमनियों मे पट्टिका को निकालता है और एथोरोसलेरोसिस को रोकने में मदद करता है।
10. दृष्टि में सुधार: केसर में कैरोटीनॉयड शामिल होते हैं जो उम्र बढ़ने वाले रोगों जैसे की मैक्यूलर डिएनेरेशन और मोतियाबिंद से रक्षा करते हैं।
11. मसूड़ों के लिए: केसर से मसूड़ों की मालिश करने से मसूड़े मजबूत होते है।
12. कैंसर से बचाता है: सर मे क्रोकिन और सफानाल शरीर में कैंसर-विरोधी और एंटी-मैटेजेनिक गुणों के माध्यम से ट्यूमर के विकास को रोकते हैं। केसर में मौजूद कैरोटीनॉयड में पेटी, जिगर और डिम्बग्रंथि के कैंसर के खिलाफ रसायनोपचार गुण हैं।
13. गठिया लड़ता है: केसर मे सूजन दूर करने के गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द से राहत प्रदान करते हैं, थकान दूर करते हैं और मांसपेशियों की सूजन को कम करते हैं।
14. यह मुँहासे और बाधाओं को ठीक करता है: केसर में मौजूद एंटिफंगल और जीवाणुरोधी सामग्री मुँहासे का इलाज करने में मदद करती है।
केसर ज्यादातर खाद्य पदार्थों में उपयोग के लिए जाना जाता है। लेकिन इसमें बहुत महत्वपूर्ण पोषक तत्व और रासायनिक यौगिक हैं जो अनेक चिकित्सा लाभ प्रदान करते हैं, जैसे कि:
1. रोग प्रतिरक्षण: केसर में यौगिकों कूक्रोइन और कॉक्रेटिन होते हैं, जो सीखने, स्मृति प्रतिधारण, याद करने की क्षमता बढ़ा देते है। वे बुखार, फ्लू और सर्दी से बचने के लिए फायदेमंद हैं। केसर ऑक्सीडेटिव तनाव से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को बचाता है और अल्जाइमर और पार्किंसंस से बचाता है।
2. यह अवसादरोधक औषधि है: केसर मे मौजूद त्त्व हमारे दिमाग़ मे रक्त का प्रवाह भदाते है और मनोदशा को सुधार्ता है।
3. एनीमिया से लड़ता है: केसर मे मौजूद लोह शरीर मे हीमोग्लोबिन बढ़ाता है।
4. पाचन गुण: केसर पाचन तंत्र मे रक्त का प्रवाह बढ़ाता है।
5. यह एक कामोत्तेजक है: केसर समय से पहले स्खलन, स्तंभन दोष, नपुंसकता को ठीक करने में मदद करता है इसलिए स्वस्थ यौन जीवन को बनाए रखने में सहायता करता है।
6. गर्भावस्था के दौरान मदद करता है: केसर पैल्विक रक्त प्रवाह को बढ़ाता है। यह ऐंठन, गैस और सूजन दबाने मे भी मदद करता है। यह अवसाद और चिंता को दूर करता है।
7. अनिद्रा के लिए: केसर एक हल्का शामक है जो अनिद्रा और अवसाद का इलाज करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
8. यह बालों के झड़ने को रोकता है: केसर, नद्यपान और दूध के साथ मिला कर गंजे सर पर लगाया जाए तो यह बाल उगाने मे मदद करता है।
9. दिल का स्वास्थ्य बनाए रखता है: केसर मे मौजूद एंटीऑक्सिडेंट कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद करते है। यह धमनियों मे पट्टिका को निकालता है और एथोरोसलेरोसिस को रोकने में मदद करता है।
10. दृष्टि में सुधार: केसर में कैरोटीनॉयड शामिल होते हैं जो उम्र बढ़ने वाले रोगों जैसे की मैक्यूलर डिएनेरेशन और मोतियाबिंद से रक्षा करते हैं।
11. मसूड़ों के लिए: केसर से मसूड़ों की मालिश करने से मसूड़े मजबूत होते है।
12. कैंसर से बचाता है: सर मे क्रोकिन और सफानाल शरीर में कैंसर-विरोधी और एंटी-मैटेजेनिक गुणों के माध्यम से ट्यूमर के विकास को रोकते हैं। केसर में मौजूद कैरोटीनॉयड में पेटी, जिगर और डिम्बग्रंथि के कैंसर के खिलाफ रसायनोपचार गुण हैं।
13. गठिया लड़ता है: केसर मे सूजन दूर करने के गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द से राहत प्रदान करते हैं, थकान दूर करते हैं और मांसपेशियों की सूजन को कम करते हैं।
14. यह मुँहासे और बाधाओं को ठीक करता है: केसर में मौजूद एंटिफंगल और जीवाणुरोधी सामग्री मुँहासे का इलाज करने में मदद करती है।
ReplyDeleteघरेलु नुस्ख़े -जड़ी बुटि/Jadi Buti & Gharelu Nushkhe - Apps on Google Play ...Download App : घरेलु नुस्ख़े -जड़ी बुटि/Jadi Buti & Gharelu Nushkhe.
ok. Thanks!!
Delete