मोदी सरकार नए साल में नए तोहफे देने की तैयारी कर रही है. खासकर बेरोजगारों के लिए मोदी सरकार ने नया प्लान तैयार किया है. अब 1 जनवरी के बाद बेरोजगारों को चंद दिनों में नौकरी मिल जाएगी. दरअसल, 1 जनवरी से सरकार अपनी एक और बड़ी योजना शुरू करने जा रही है. इसी योजना के तहत सरकार बेरोजगारों को अपने साथ जोड़कर उन्हें ट्रेनिंग भी देगी और नौकरी भी देगी. लोगों को बतौर वरुण मित्र बनाकर सरकार उन्हें नौकरी देगी. खास बात यह है कि इसके आवेदन के लिए आपको कोई फीस भी नहीं देनी होगी.
क्या है वरुण मित्र
मोदी सरकार का यह कार्यक्रम मिनिस्ट्री ऑफ MNRE और NISE की ओर से संचालित है. इसे सोलर वाटर पम्पिंग "वरुण मित्र" कार्यक्रम कहा जाता है. इस ट्रेनिंग के बाद आपको अच्छी नौकरी मिल सकती है. इस ट्रेनिंग को आप कैसे हासिल कर सकते हैं और इससे आपको क्या-क्या फायदा मिल सकता है, ये जानना भी जरूरी है. आपको बता दें ट्रेनिंग 1 जनवरी से 19 जनवरी 2019 के बीच होगी, जिसमें कुल 120 घंटे क्लास दी जाएगी. कार्यक्रम से जुड़ने के लिए आपको 28 दिसंबर तक अप्लाई करना होगा.
मोदी सरकार का यह कार्यक्रम मिनिस्ट्री ऑफ MNRE और NISE की ओर से संचालित है. इसे सोलर वाटर पम्पिंग "वरुण मित्र" कार्यक्रम कहा जाता है. इस ट्रेनिंग के बाद आपको अच्छी नौकरी मिल सकती है. इस ट्रेनिंग को आप कैसे हासिल कर सकते हैं और इससे आपको क्या-क्या फायदा मिल सकता है, ये जानना भी जरूरी है. आपको बता दें ट्रेनिंग 1 जनवरी से 19 जनवरी 2019 के बीच होगी, जिसमें कुल 120 घंटे क्लास दी जाएगी. कार्यक्रम से जुड़ने के लिए आपको 28 दिसंबर तक अप्लाई करना होगा.
क्या है सरकार का मकसद
सरकार का इस कार्यक्रम के जरिए मकसद है कि वह कई तरह से सोलर सिस्टम के बारे में लोगों को ट्रेन कर सके. इसमें रिन्यूएबल एनर्जी, सोलर रिसोर्स असेसमेंट एव सोलर फोटोवोल्टिक, साइट फिजिब्लिटी, वाटर टेबल, सोलर वाटर पम्पिंग कंपोनेंट के अलग अलग प्रकार, डीटी कंवर्टर, इंवर्टर, बैटरी, मोटर्स, पम्प मोटर, इंस्टॉलेशन ऑफ ग्रिड एंड स्टैंड अलोन सोलर पीवी वाटर पम्पिंग सिसस्टम आदि शामिल है. इसके अलावा सोलर पीवी वाटर पम्पिंग सिस्टम के लिए सेफ्टी प्रेक्टिस, ऑपरेशन एंड मेंटनेंस, टेस्टिंग एवं कमीशनिंग की भी जानकारी दी जाएगी.
सरकार का इस कार्यक्रम के जरिए मकसद है कि वह कई तरह से सोलर सिस्टम के बारे में लोगों को ट्रेन कर सके. इसमें रिन्यूएबल एनर्जी, सोलर रिसोर्स असेसमेंट एव सोलर फोटोवोल्टिक, साइट फिजिब्लिटी, वाटर टेबल, सोलर वाटर पम्पिंग कंपोनेंट के अलग अलग प्रकार, डीटी कंवर्टर, इंवर्टर, बैटरी, मोटर्स, पम्प मोटर, इंस्टॉलेशन ऑफ ग्रिड एंड स्टैंड अलोन सोलर पीवी वाटर पम्पिंग सिसस्टम आदि शामिल है. इसके अलावा सोलर पीवी वाटर पम्पिंग सिस्टम के लिए सेफ्टी प्रेक्टिस, ऑपरेशन एंड मेंटनेंस, टेस्टिंग एवं कमीशनिंग की भी जानकारी दी जाएगी.
कैसे होगी ट्रेनिंग
इस कार्यक्रम के तहत ट्रेनिंग के अलग-अलग मोड होंगे. इसमें क्लास रूम लैक्चर के अलावा प्रैक्टिकल हैंड्स-ऑन, फील्ड विजिय और इंडस्ट्रियल विजिट भी कराई जाएगी. ट्रेनिंग फ्री में मिलेगी, लेकिन अगर आप हॉस्टल में रहना चाहते हैं तो 600 रु. प्रति दिन देने होंगे. ये ट्रेनिंग लेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक, मैकेनिकल, आईएंडसी में डिप्लोमा होल्डर्स, ग्रेजुएट इंजीनियर, सोलर एंटरप्रेन्योर्स, पीएससू अधिकारी के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है.
इस कार्यक्रम के तहत ट्रेनिंग के अलग-अलग मोड होंगे. इसमें क्लास रूम लैक्चर के अलावा प्रैक्टिकल हैंड्स-ऑन, फील्ड विजिय और इंडस्ट्रियल विजिट भी कराई जाएगी. ट्रेनिंग फ्री में मिलेगी, लेकिन अगर आप हॉस्टल में रहना चाहते हैं तो 600 रु. प्रति दिन देने होंगे. ये ट्रेनिंग लेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक, मैकेनिकल, आईएंडसी में डिप्लोमा होल्डर्स, ग्रेजुएट इंजीनियर, सोलर एंटरप्रेन्योर्स, पीएससू अधिकारी के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है.
कैसे करना होगा अप्लाई
ट्रेनिंग के लिए आपको 28 दिसंबर तक varunmitra.nise@gmail.com या startups.nise@gmail.com पर मेल करना होगा. फॉर्म पर इस लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं. https://mnre.gov.in/
ट्रेनिंग के लिए आपको 28 दिसंबर तक varunmitra.nise@gmail.com या startups.nise@gmail.com पर मेल करना होगा. फॉर्म पर इस लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं. https://mnre.gov.in/
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