Monday, 12 September 2022

अरंडी तेल के फायदे और नुकसान व उपयोग | Castor Oil in Hindi

 अरंडी का तेल (Castor oil) एक वनस्पति तेल है जिसका उपयोग वर्षों से कॉस्मेटिक और चिकित्सा उद्देश्यों से इस्तेमाल किया जा रहा है। 

यह चेहरे और त्वचा के लिए फायदे प्रदान करता है। माना जाता है कि कैस्टर ऑयल में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल, मॉइस्चराइजिंग और कुछ अन्य उपयोगी गुण होते हैं। 

Castor Oil Benefits In Hindi


1. गठिया का करे इलाज (Treats arthritis pain)

कैस्टर ऑयल के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इसे जोड़ों, गले की मांसपेशियों और आपकी नसों की सूजन के लिए एक उत्कृष्ट मसाज ऑयल बनाते हैं। इस तेल में मौजूद रिसिनोलेइक एसिड (ricinoleic acid) में शरीर के भीतर एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों को बढ़ावा देने की क्षमता होती है और इसे गठिया के दर्द के लिए एक सुरक्षित उपाय माना जाता है। गठिया के दर्द के इलाज के लिए आप कैस्टर ऑयल का उपयोग किया जा सकता है।

2. स्ट्रेच मार्क्स से छुटकारा पाएं (Helps to get rid of stretch marks)

खिंचाव के निशान अक्सर गर्भावस्था और तेजी से वजन बढ़ने के कारण होते हैं, लेकिन यह उम्र बढ़ने, हार्मोनल असंतुलन, अचानक वजन घटाने और सूजन का भी परिणाम हो सकता है। विभिन्न प्रकार की त्वचा की स्थितियों के लिए कैस्टर ऑयल सबसे अच्छे उपचारों में से एक के रूप में जाना जाता है। इसकी समृद्ध सामग्री और विभिन्न फैटी एसिड इसे भद्दे खिंचाव के निशान से छुटकारा पाने के लिए एक उत्कृष्ट मॉइस्चराइजर और प्रभावी उपचार बनाते हैं।

3. मुहांसो का करे इलाज (Treat acne)

सामान्य त्वचा की स्थिति, मुहांसे, आपके पोर्स में जमा होने वाली अशुद्धियों का परिणाम है, जिससे त्वचा में जलन और सूजन हो जाती है। आज बाजार में उपलब्ध कई मुहांसो के उपचारों में बेंज़ोयल पेरोक्साइड (benzoyl peroxide) और सैलिसिलिक एसिड (salicylic acid) होते हैं, जो त्वचा को शुष्क कर देते हैं। कैस्टर ऑयल एक प्राकृतिक संसाधन है जो नीम के तेल का उपयोग करने के समान होता है। ये आपकी त्वचा को सुखाए बिना गंदगी, डेड स्किन सेल्स, अतिरिक्त तेल और बैक्टीरिया को बाहर निकाल सकता है।

4. कब्ज से राहत दिलाए (Relieves constipation)

कैस्टर ऑयल कब्ज दूर करने के लिए भी प्रयोग में लाया जाता है। मैंने तो इसका प्रयोग अस्पतालों में भी प्रसव के दौरान होते हुए देखा है |  नेचुरल कब्ज उपचार में विभिन्न घटक एक शक्तिशाली रेचक (laxative) के रूप में कार्य करते हैं, दोनों छोटी और बड़ी आंतों को उत्तेजित करते हैं और कोलोन की दीवारों को शुद्ध करते हैं, जिससे प्रभावित मल को कोलोन के माध्यम से निकलने की अनुमति मिलती है। कैस्टर ऑयल में फैटी एसिड आंतों के मार्ग द्वारा तरल को अवशोषित होने से रोकने का भी काम करता है, जिससे आंत्र को अपनी नमी बनाए रखने में मदद मिलती है, जिससे यह कोलन से आसानी से गुजर सकता है।

5. सनबर्न से राहत दिलाए (Get relief from sunburn)

एलोवेरा के समान ही ठंडक के साथ, कैस्टर ऑयल दर्दनाक सनबर्न को कम करने के लिए बहुत अच्छा है। रिसिनोलेइक एसिड (ricinoleic acid) किसी भी फफोले को संक्रमित होने से बचाएगा और सनबर्न से जुड़ी सूजन को कम करेगा।

6. मोटी भौहों पाने के लिए लगाएं कैस्टर ऑयल (Apply castor oil to get thick eyebrows)

कैस्टर ऑयल आपके बालों को बढ़ने और मजबूत करने का एक प्रभावी तरीका साबित हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपकी भौहों को घना करने का भी काम कर सकता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट, प्रोटीन, विटामिन, फैटी एसिड और पोषक तत्व बालों के रोम को पोषण देने और बैक्टीरिया से लड़ने का काम करते हैं जो विकास में बाधा डालने वाले कारक हो सकते हैं।

7. माइग्रेन के लक्षणों से राहत दिलाए (Relieve migraine symptoms)

एक प्राकृतिक दर्द निवारक, कैस्टर ऑयल सिरदर्द और माइग्रेन से राहत के लिए बहुत अच्छा है। माइग्रेन और सिरदर्द के लक्षणों से राहत पाने के लिए, 1 चम्मच तेल को अपने माथे पर लगभग एक मिनट तक रगड़ें। आपको दो से तीन मिनट के भीतर प्रभाव महसूस करना शुरू कर देना चाहिए।



Thursday, 24 February 2022

Oak Bark: शाहबलूत की छाल क्या है?

 


परिचय

शाहबलूत की छाल (Oak bark) क्या है?

यह विभिन्न प्रकार के शाहबलूत के पेड़ों की छाल है। इसका इस्तेमाल दवाइयां बनाने में होता है। ये Fagaceae परिवार से ताल्लुक रखता है। इसका साइंटिफिक नाम Quercus robur है।

उपयोग

शाहबलूत की छाल (Oak bark) का इस्तेमाल किस लिए होता है?

शाहबलूत की छाल का इस्तेमाल निम्नलिखित समस्याओं में होता है:

  • डायरिया, सर्दी, बुखार, खांसी और ब्रोंकाइटिस में
  • भूख बढ़ाने में
  • पाचन तंत्र को सुधारने में

कुछ लोग सीधे ही त्वचा पर शाहबलूत की छाल का सेक लगाते हैं या त्वचा, मुंह, गले, जेनेटल्स और एनल रीजन की सूजन और दर्द में इसे गर्म पानी में मिलाकर नहाते हैं। साथ ही सर्दी के संपर्क में आने पर लाल खुजली वाली स्किन पर इसे लगाते हैं।

शाहबलूत की छाल कैसे कार्य करती है?

इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें। हालांकि, कुछ शोध बताती हैं कि शाहबलूत की छाल में टेननिन्स कैमिकल्स होते हैं, जो डायरिया और सूजन का इलाज करते हैं।

सावधानियां और चेतावनी

शाहबलूत की छाल (Oak bark) का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?

निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:

  • यदि आप प्रेग्नेंट या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं। दोनों ही स्थितियों में सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही दवा खानी चाहिए।
  • यदि आप अन्य दवाइयां ले रही हैं। इसमें डॉक्टर की लिखी हुई और गैर लिखी हुई दवाइयां शामिल हैं, जो मार्केट में बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के खरीद के लिए उपलब्ध हैं।
  • यदि आपको शाहबलूत की छाल के किसी पदार्थ या अन्य दवा या औषधि से एलर्जी है।
  • यदि आपको कोई बीमारी, डिसऑर्डर या कोई अन्य मेडिकल कंडिशन है।
  • यदि आपको फूड, डाई, प्रिजर्वेटिव्स या जानवरों से अन्य प्रकार की एलर्जी है।

अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नहीं हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। शाहबलूत की छाल का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।


शाहबलूत की छाल (Oak bark) कितनी सुरक्षित है?

डायरिया में दिन में तीन से चार बार शाहबलूत की छाल का सेवन ज्यादातर लोगों में सुरक्षित है। दो से तीन हफ्तों तक त्वचा पर सीधे ही शाहबलूत की छाल को लगाना सुरक्षित माना जाता है। खराब त्वचा पर दो से तीन हफ्ते की अवधि से अधिक समय तक इसे लगाना असुरक्षित हो सकता है।

विशेष सावधानियां और चेतावनी

  • प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: दोनों ही परिस्थितियों में यह कितनी सुरक्षित है, इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। सुरक्षा के लिहाज से प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग में इसका सेवन करने से बचें।
  • दिल की बीमारियां: यदि आप को दिल से संबंध समस्या है तो इसका सेवन न करें।
  • एग्जिमा (eczema) या त्वचा का ज्यादा हिस्सा खराब होने की स्थिति में शाहबलूत की छाल का सेवन न करें।
  • नर्व की समस्या: नर्व की समस्या में मांसपेशियां अत्यधिक सख्त हो जाती हैं। इस स्थिति में शाहबलूत की छाल से न नहाएं।
  • बुखार या संक्रमण: यदि आपको दोनों में से कोई एक समस्या है तो इसका सेवन न करें।
  • गुर्दे की समस्या: ऐसी आशंकाएं हैं कि गुर्दे की समस्या में शाहबलूत की छाल का सेवन स्थिति को और बदतर बना सकता है।
  • लिवर की समस्या: शाहबलूत की छाल लिवर की समस्या को और बदतर बना सकती है। इस स्थिति में इसका सेवन करने से बचें।

साइड इफेक्ट्स

शाहबलूत की छाल (Oak bark) से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?

शाहबलूत की छाल से पेट और आंत से संबंधित गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही गुर्दे और लिवर खराब हो सकता है। हालांकि, हर व्यक्ति को यह साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। उपरोक्त दुष्प्रभाव के अलावा भी शाहबलूत की छाल के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।

रिएक्शन

शाहबलूत की छाल (Oak bark) की छाल से मुझे क्या रिएक्शन हो सकते हैं?

यह औषधि आपकी मौजूदा दवाइयों के साथ रिएक्शन कर सकता है या दवा का कार्य करने का तरीका परिवर्तित हो सकता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से संपर्क करें।

डोसेज

उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।

शाहबलूत की छाल (Oak bark) की सामान्य डोज क्या है?

हर मरीज के मामले में शाहबलूत की छाल की डोज अलग हो सकता है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नही होती हैं। शाहबलूत की छाल के उपयुक्त डोज के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।


शाहबलूत की छाल (Oak bark) किस रूप में आती है?

शाहबलूत की छाल निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:

  • शाहबलूत की कच्ची छाल
  • शाहबलूत के कैप्सूल
  • शाहबलूत एक्सट्रैक्ट लिक्विड

Broom Corn: ब्रूम कॉर्न क्या है ? जानिए इसके फायदे और साइड इफेक्ट

 

All About Broom Corn


 परिचय

ब्रूम कॉर्न (Broom Corn) क्या है?

ब्रूम कॉर्न एक पौधा है। इसके बीजों का इस्तेमाल दवाओं में किया जाता है। इसका वानस्पातिक नाम Sorghum bicolor है। ये पोएसी परिवार से ताल्लुख रखता है। इसे खासतौर पर डायजेशन संबंधित परेशानियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। खाने में इसे अनाज के रूप में उपयोग किया जाता है। इसे चिकन कॉर्न, सोरघम, ग्रेन सोरघम, के नाम से भी जाना जाता है। ये स्टार्च का अच्छा स्त्रोत है। इसमें एंटी कैंसर गुण होते हैं जो ब्रेस्ट कैंसर में मददगार है। इसके अलावा ये गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधित परेशानियां, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, प्रोस्टेट हाइपरप्लेसिआ, सेक्सुअल डिसऑर्डर के इलाज में भी कारगर है

ब्रूम कॉर्न (Broom Corn) का उपयोग किसलिए किया जाता है?

डायजेस्टिव सिस्टम को रखे दुरुस्त (Keep digestive system healthy):

इसमें फाइबर अच्छी मात्रा में होता है। ये आपके भोजन को पचाने से लेकर पेट में ऐंठन, सूजन, कब्ज की समस्या, दर्द, अधिक गैस और दस्त की समस्या से राहत दिलाने में लाभदायक है। डायजेशन संबंधित परेशानियों में इसलिए चिकित्सक इसका सेवन करने की सलाह दे सकता है।

कब्ज की समस्या खाने में फाइबर की कमी के कारण होता है। जो लोग खाने में सही फाइबर या फिर पानी की सही मात्रा का सेवन नहीं करते हैं, उन्हें कब्ज की समस्या से गुजरना पड़ सकता है। खाने में नियमित तौर पर फाइबर युक्त का इस्तेमाल कॉन्स्टिपेशन की समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है। आपको बताते चले कि अगर खाने का डायजेशन सही से नहीं होता है तो पेट संबंधि कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर किसी व्यक्ति को स्टूल पास करने में किसी प्रकार की समस्या हो रही है या फिर स्टूल टाइट हो रहा है तो खानपान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

एंटी कैंसर प्रॉपर्टीज (Anti cancer properties)

फूड केमिस्ट्री जर्नल के अनुसार, इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और एंथोसायनिन होते हैं जो बहुत तरह के कैंसर को बढ़ने से रोकने का काम करते हैं। ब्रूम कॉर्न में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट के कारण शरीर फ्री रेडिकल्स से भी बचा रह सकता है। फ्री रेडिकल्स बॉडी को नुकसान पहुंचाते हैं और सेल्स को म्यूटेट कर कैंसर में बदलने का काम भी कर सकते हैं। ब्रूम कॉर्न फ्री रेडिकल्स को खत्म करने का काम करता है।

डायबिटीज को करे कंट्रोल (Controls Diabetes)

इसमें टैनिन नामक एक एंजाइम होता है, जो डायबिटीज की समस्या से बचाने और कोलेस्‍ट्रॉल के स्‍तर को कम करने में भी मदद मिलती है। कई शोध में इस बात की पुष्टि हो चुकी है की ये कैंसर के इलाज के लिए वरदान सामान है। अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट ब्रेकडाउन सिंपल शुगर में चेंज हो जाता है जो कि डायबिटीज का कारण भी बन सकता है। ब्रूम कॉर्न में टैनिन पाई जाती है जो कि बॉडी के स्टॉर्च अवशोषण को कम करने का काम करती है और साथ ही ग्लूकोज और इंसुलिन के लेवल को सही करने का काम भी करती है। इसी कारण से ब्रूम कॉर्न का उपयोग कर डायबिटीज की समस्या से बचा जा सकता है।

हड्डियों को बनाए मजबूत (Maintains strong bones)

इसमें मैग्नीशियम होता है जो शरीर में कैल्शियम के लेवल के मेंटेन रखता है। ब्लड में मैग्नीशियम की उच्च मात्रा बड़ी उम्र में लोगों को फ्रैक्चर से बचाने में सहायक है। हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए इसका उपयोग करना फायदेमंद मन जाता है।

सर्कुलेशन को बढ़ाता है (Increases circulation)

जर्नल साइंस ऑफ द टोटल एनवायरनमेंट के एक शोध के अनुसार, इसमें मिनिरल्स जैसे कॉपर, आयरन, जिंक, मैग्निशियम और कैल्शियम होता है। कॉपर हमारे शरीर में आयरन के अवशोषण में वृद्धि करता है।

एनर्जी को करे बूस्ट (Boost energy)

डिपार्टमेंट ऑफ न्यूट्रिशनल साइंस के एक रिसर्च के अनुसार, इसमें विटामिन-बी3 होता है जो भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करने और पोषक तत्वों को ऊर्जा में बदलने के लिए शरीर के लिए उपयोगी है।

बचाए गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डैमेज से

सीलिएक डिजीज ग्लुटेन के प्रति एलर्जी है। वीट बेस्ड प्रोडक्ट में ग्लूटेन पाया जाता है। वीट या फिर इससे बनने वाले ज्यादातर प्रोडक्ट में ग्लूटेन पाया जाता है। जो लोग सीलिएक रोग से ग्रसित हैं या फिर जिन लोगों को ग्लूटेन से एलर्जी है, उनके लिए ब्रूम कॉर्न का सेवन लाभकारी हो सकता है। ब्रूम कॉर्न का सेवन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डैमेज से बचाने का काम करता है।

कैसे काम करता है ब्रूम कॉर्न (Broom corn)?

ब्रूम कॉर्न कैसे काम करता है इस बारे में अधिक शोध करने की जरूरत है। हालांकि कुछ शोध बताते हैं कि इसमें कुछ ऐसे रसायन होते हैं जो डायजेस्टिव सिस्टम को दुरुस्त रखने में मददगार है। इसके अलावा ये कॉपर, आयरन, जिंक, मैग्निशियम और कैल्शियम जैसे मिनिरल्स से भरपूर होता है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है।

सावधानियां और चेतावनी

कितना सुरक्षित है ब्रूम कॉर्न (Broom corn) का उपयोग?

निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें:

  • यदि आप प्रेग्नेंट या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं । दोनों ही स्थितियों में सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही दवा खानी चाहिए।
  • यदि आप अन्य दवाइयां ले रही हैं। इसमें डॉक्टर की लिखी हुई और गैर लिखी हुई दवाइयां शामिल हैं, जो मार्केट में बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के खरीद के लिए उपलब्ध हैं।
  • यदि आपको ब्रूम कॉर्न के किसी पदार्थ से एलर्जी या अन्य दवा या औषधि से एलर्जी है।
  • यदि आपको कोई बीमारी, डिसऑर्डर या कोई अन्य मेडिकल कंडिशन है।
  • यदि आपको फूड, डाई, प्रिजर्वेटिव्स या जानवरों से अन्य प्रकार की एलर्जी है।
  • अगर आपको पोएसी परिवार के किसी पौधे से एलर्जी है तो भी इसका प्रयोग न करें।

वैज्ञानिक अध्ययनों की कमी के कारण ब्रूम कॉर्न को लेकर बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी कम है। इस बात को हमेशा ध्यान रखें कि हर्बल सप्लीमेंट के उपयोग से जुड़े नियम दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरूरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरूरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।

साइड इफेक्ट्स

ब्रूम कॉर्न (Broom corn) से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?

प्रारंभिक शोध के अनुसार, ब्रूम कॉर्न ब्रोन्कियल अस्थमा एलर्जी को प्रेरित कर सकता है।

हालांकि हर किसी को ये साइड इफेक्ट हो ऐसा जरूरी नहीं है, कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।

डोसेज

ब्रूम कॉर्न (Broom corn) को लेने की सही खुराक क्या है?

इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें। कई लोग इसकी खुराक खुद से निर्धारित कर लेते हैं। ऐसी गलती बिलकुल ना करें। आपके द्वारा की गयी ये छोटी सी गलती हानिकारक साबित हो सकती है।

उपलब्ध

किन रूपों में उपलब्ध है ब्रूम कॉर्न (Broom Corn)?

ब्रूम कॉर्न निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:

  • फ्लूइड एक्सट्रेक्ट (Fluid Extract)
  • पाउडर (Powder)
  • टिंचर (Tincture)

उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए आप एक्सपर्ट से जरूर परामर्श करें। हम आशा करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में इस हर्बल से जुड़ी ज्यादातर जानकारियां देने की कोशिश की है, जो आपके काफी काम आ सकती हैं। अगर आपको ऊपर बताई गई कोई सी भी शारीरिक समस्या है तो इस हर्ब का इस्तेमाल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इस हर्ब को लेकर अगर आपको कोई सवाल है या आप इसके बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं तो किसी हर्बलिस्ट या आर्युवेदिक एक्सपर्ट से संपर्क करें।

American Chestnut: अमेरिकी शाहबलूत क्या है?

 


About American Chestnut

अमेरिकी शाहबलूत (American Chestnut) क्या है?

अमेरिकी शाहबलूत एक पौधा है। इसकी पत्तियों और छाल का इस्तेमाल दवाइयां बनाने में होता है। अमेरिकी शाहबलूत (American chestnut) एक विशालकाय और उभयलिंगी (द्विलिंगी) पौधा है। अमेरिकी शाहबलूत बीच (Beech) परिवार के पेड़ों से संबंध रखता है। यह मूलतः उत्तरी अमेरिका में पाया जाता है। इससे पहले यह प्रजाति चेस्टनट ब्लाइट (Chestnut Blight), जो एक फंगल बीमारी से तबाह होने से पहले यह पेड़ पूरी दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण पेड़ था। दुनिया में भी इसे एक सर्वश्रेष्ट चेस्टनट ट्री के नाम से जाना जाता था।

उपयोग

अमेरिकी शाहबलूत (American Chestnut) का इस्तेमाल किस लिए होता है?

निम्नलिखित समस्याओं में अमेरिकी शाहबलूत का इस्तेमाल होता है:

  • खांसी
  • सांस लेने से संबंधित समस्याएं
  • अर्थराइटिस का दर्द
  • सूजन
  • दर्द नाशक
  • गले की खराश
  • भोजन में अमेरिकी शाहबलूत के अर्क का इस्तेमाल बेवरेजेस में होता है।

उपरोक्त समस्याओं के अलावा भी डॉक्टर या हर्बलिस्ट की सलाह पर अन्य समस्याओं में अमेरिकी शाहबलूत का इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि आप इस संबंध में फिर भी आश्वस्त नहीं हैं तो अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह अवश्य लें। किसी भी प्रकार की समस्या में बिना अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट की मंजूरी के इस दवा का सेवन शुरू या बंद, डोज में बदलाव और निर्देशित अवधि से अधिक समय तक न करें। शुरुआती दिनों में यदि आपको अमेरिकी शाहबलूत से फायदा मिल जाता है तो इसका सेवन बंद न करें। ऐसा करने से समस्या के लक्षण दोबारा लौट सकते हैं। डॉक्टर या हर्बलिस्ट के सुझाए गए डोज को पूरा करें।

अमेरिकी शाहबलूत (American Chestnut) कैसे कार्य करता है?

इसके कार्य करने के संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें। हालांकि, कुछ अध्ययन यह बताते हैं कि अमेरिकी शाहबलूत में बड़ी मात्रा में टेननिन्स नामक कैमिकल्स होते हैं। टेननिन्स आंत और पेट में मौजूद पदार्थों को सोख लेते हैं। यह कैमिकल्स सूजन को कम करने का कार्य भी करते हैं। टेनिन्स एक एस्टिजेंट्स की तरह भी कार्य करते हैं, जो कोशिकाओं में मौजूद ऊत्तकों को और करीब लाते हैं।

सावधानियां और चेतावनी

अमेरिकी शाहबलूत (American Chestnut) का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?

निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें:

  • यदि आप प्रेग्नेंट या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं। दोनों ही स्थितियों में सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही दवा खानी चाहिए।
  • यदि आप अन्य दवाइयां ले रही हैं। इसमें डॉक्टर की लिखी हुई और गैर लिखी हुई दवाइयां शामिल हैं, जो मार्केट में बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के खरीद के लिए उपलब्ध हैं।
  • यदि आपको अमेरिकी शाहबलूत के किसी पदार्थ या अन्य दवा या औषधि से एलर्जी है।
  • यदि आपको कोई बीमारी, डिसऑर्डर या कोई अन्य मेडिकल कंडिशन है।
  • यदि आपको फूड, डाई, प्रिजर्वेटिव्स या जानवरों से अन्य प्रकार की एलर्जी है।

अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। अमेरिकी शाहबलूत का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।

अमेरिकी शाहबलूत (American Chestnut) कितना सुरक्षित है?

बेवरेजेस और भोजन में पाई जाने वाली अमेरिकी शाहबलूत की मात्रा ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है। दवा के तौर पर अधिक मात्रा में इसका इस्तेमाल सुरक्षित है या नहीं, इस संबंध में जानकारी उपलब्ध नही है।

प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान अमेरिकी शाहबलूत का सेवन सुरक्षित है या नहीं, इस बारे में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नही है। एहतियात के तौर पर दोनों ही स्थितियों में इसका सेवन करने से बचें। प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग दोनों ही एक विशेष स्थितियों हैं, जिनमें हर महिला की बॉडी के हार्मोन अलग तरह से कार्य करते हैं। यह कहना मुश्किल है कि अमेरिकी शाहबलूत का प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एक महिला की बॉडी पर जैसा प्रभाव पड़ेगा ठीक वैसा ही दूसरी महिला की बॉडी पर भो होगा।

आमतौर पर प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी दवा या औषधि का सेवन करने से वह प्लेसेंटा के जरिए भ्रूण तक पहुंच जाती है। ऐसा होने पर मां और शिशु दोनों के लिए ही खतरा होता है। वहीं, ब्रेस्टफीडिंग के दौरान यह औषधि मां के दूध के जरिए शिशु की बॉडी में प्रवेश कर सकती है। यदि ऐसा होता है तो यह कहना मुश्किल होगा कि नवजात शिशु की बॉडी इस संबंध में क्या रिएक्शन दिखाएगी। बेहतर होगा कि आप दोनों ही स्थितियों में किसी भी दवा या औषधि का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।

साइड इफेक्ट्स

अमेरिकी शाहबलूत (American Chestnut) से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?

अमेरिकी शाहबलूत निम्नलिखित समस्याओं का कारण बन सकता है:

  • पेट और आंत की समस्याएं
  • गुर्दे और लिवर खराब होना
  • कुछ प्रकार के कैंसर होना

हालांकि, हर व्यक्ति को यह साइड इफेक्ट्स नहीं होते हैं। उपरोक्त दुष्प्रभाव के अलावा भी अमेरिकी शाहबलूत के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जिन्हें ऊपर सूचीबद्ध नहीं किया गया है। यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।

रिएक्शन

अमेरिकी शाहबलूत (American Chestnut) से मुझे क्या रिएक्शन हो सकते हैं?

अमेरिकी शाहबलूत आपकी मौजूदा दवाइयों के साथ रिएक्शन कर सकता है या दवा का कार्य करने का तरीका परिवर्तित हो सकता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से संपर्क करें। विशेषकर उन परिस्थितियों में जब आप मौखिक रूप से इसके साथ दवाइयों का सेवन कर रहे हों। इससे बॉडी में दवा की सोखने की क्षमता कम हो जाती है और उनकी प्रभाविकता भी गिर जाती है। इस रिएक्शन को रोकने के लिए मौखिक रूप से ली जाने वाली दवाइयों से कम से कम एक घंटा पहले इसका सेवन करें।

डोसेज

उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।

अमेरिकी शाहबलूत (American Chestnut) का सामान्य डोज क्या है?

हर मरीज के मामले में जापानी पुदीना का डोज अलग हो सकता है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नही होती हैं। जापानी पुदीना के उपयुक्त डोज के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।

अमेरिकी शाहबलूत किन रूपों में उपलब्ध है?

यह निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है:

  • फ्लूड एक्सट्रैक्ट
  • पाउडर
  • घोल

चेतावनी : हम सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।